Who is aadiram
Who is aadiram
आज हमारे समाज में अलग अलग धर्म के लोग विद्धमान है जैसे -हिन्दू धर्म , मुस्लिम धर्म , सिक्ख धर्म ,ईसाई धर्म ,जैन धर्म, बौद्ध धर्म । सभी धर्म अपने अपने धर्म को और अपने अपने भगवान को सर्व शक्तिमान मानते है और सभी अपने अपने धर्म को सबसे पुराना मानते है तो आज हम सभी धर्मों के भगवानो के बारे में थोड़ा जानते है और ये भी जानते है कि वह सर्वशक्तिमान भगवान कौन है तो आइए जानते है :-
हिन्दू धर्म में बहुत से भगवान है कोई ब्रम्हा जी को,कोई विष्णु जी को कोई शिव जी को कोई देवी दुर्गा को कोई गणेश जी को कोई हनुमान जी को कोई श्रीराम को कोई श्रीकृष्ण जी को सर्वशक्तिमान मानता है लेकिन आजतक किसी के पास कोई भी प्रमाण नही है कि ये सभी भगवान सर्वशक्तिमान है सभी लोक कथाओं पर विश्वास करके इन सभी को श्रेष्ठ मानते है जबकि सभी ने बचपन से सुना है कि सबका मालिक एक है लेकिन आजतक कोई बता नही पाया है कि वह परमेश्वर कौन है सभी इन्ही देवी देवताओं को सर्वेश्वर मानते है जबकि इन सभी देवी देवताओं का भी जन्म मृत्यु होता है जिसका प्रमाण हमारे धर्म ग्रंथो में है जानने के लिए अपने धर्म ग्रंथो को पढ़े
मुस्लिम धर्म के लोग अपने अल्लाह को सबसे बड़ा और सर्वशक्तिमान मानते है वो ये बोलते है कि सबसे पहले अल्लाह थे और उन्होंने ही पूरी सृष्टि का निर्माण किया है उनको ही सबसे बड़ा मानते है और उस अल्लाह को निराकार भी मानते है लेकिन मुस्लिम धर्म का निर्माण कलयुग में हुआ है उससे पहले सतयुग,त्रेतायुग,द्वापरयुग था उस युग की कोई भी बुक में कही पर अल्लाह का नाम नही है तो वह अल्लाह कौन है
आज हमारे समाज में अलग अलग धर्म के लोग विद्धमान है जैसे -हिन्दू धर्म , मुस्लिम धर्म , सिक्ख धर्म ,ईसाई धर्म ,जैन धर्म, बौद्ध धर्म । सभी धर्म अपने अपने धर्म को और अपने अपने भगवान को सर्व शक्तिमान मानते है और सभी अपने अपने धर्म को सबसे पुराना मानते है तो आज हम सभी धर्मों के भगवानो के बारे में थोड़ा जानते है और ये भी जानते है कि वह सर्वशक्तिमान भगवान कौन है तो आइए जानते है :-
हिन्दू धर्म में बहुत से भगवान है कोई ब्रम्हा जी को,कोई विष्णु जी को कोई शिव जी को कोई देवी दुर्गा को कोई गणेश जी को कोई हनुमान जी को कोई श्रीराम को कोई श्रीकृष्ण जी को सर्वशक्तिमान मानता है लेकिन आजतक किसी के पास कोई भी प्रमाण नही है कि ये सभी भगवान सर्वशक्तिमान है सभी लोक कथाओं पर विश्वास करके इन सभी को श्रेष्ठ मानते है जबकि सभी ने बचपन से सुना है कि सबका मालिक एक है लेकिन आजतक कोई बता नही पाया है कि वह परमेश्वर कौन है सभी इन्ही देवी देवताओं को सर्वेश्वर मानते है जबकि इन सभी देवी देवताओं का भी जन्म मृत्यु होता है जिसका प्रमाण हमारे धर्म ग्रंथो में है जानने के लिए अपने धर्म ग्रंथो को पढ़े
मुस्लिम धर्म के लोग अपने अल्लाह को सबसे बड़ा और सर्वशक्तिमान मानते है वो ये बोलते है कि सबसे पहले अल्लाह थे और उन्होंने ही पूरी सृष्टि का निर्माण किया है उनको ही सबसे बड़ा मानते है और उस अल्लाह को निराकार भी मानते है लेकिन मुस्लिम धर्म का निर्माण कलयुग में हुआ है उससे पहले सतयुग,त्रेतायुग,द्वापरयुग था उस युग की कोई भी बुक में कही पर अल्लाह का नाम नही है तो वह अल्लाह कौन है
सिक्ख धर्म के बारे में जानते है थोड़ा सिक्ख धर्म के सबसे पहले गुरु नानक साहेब जी थे जो कलयुग में आये थे सभी सिक्ख धर्म के लोग उनको ही सर्व शक्तिमान मानते है जबकि उन्होंने कभी ये नही कहा कि में भगवान हु वो भी अपने को परमेश्वर का बच्चा ही मानते थे और उन्होंने भी बहुत बार अपनी लोकोक्तियों के माध्यम से उस पूर्ण परमात्मा के बारे में ज़िक्र किया है इससे ये तो सिद्ध है कि नानक साहेब जी पूर्ण भगवान नही थे तो वह पूर्ण भगवान कौन है
ईसाई धर्म का भी उदय कलयुग में हुआ था और यीशु से पहले ईसाई धर्म की स्थापना भी नही हुई थी और यीशु भी अपने आप को परमेश्वर की संतान मानते थे लेकिन ईसाई धर्म को मानने वाले लोग अपने धर्म को सबसे ऊपर मानते है जबकि उनकी पवित्र पुस्तक बाइबिल में भी ज़िक्र है कि वह परमेश्वर कौन है आइए जानते है
ऐसे ही जैन धर्म के लोग भी अपने धर्म को सबसे पुराना और अपने भगवान को सर्व शक्तिमान मानते है वो और किसी भी धर्म को अपने से श्रेष्ठ नही मानते है जैन धर्म के आखिरी तीर्थंकर महावीर जैन जी थे और सबसे पहले ऋषभ देव जी थे और ऋषभ देव जी का जन्म त्रेतायुग में हुआ था उससे पहले भी सतयुग था और कलयुग से पहले किसी युग मे जैन धर्म के बारे में कुछ भी नही बताया गया और महावीर जैन जी खुद जन्म मृत्यु के जाल में थे और जो जन्म मृत्यु के जाल में होता है वह पूर्ण नही हो सकता है जिसका प्रमाण भी "आओ जैन धर्म को जाने " पुस्तक में दिया हुआ है तो वह पूर्ण परमात्मा कौन है जानते है आगे
आइए अब हम बौद्ध धर्म के बारे में जानते है थोड़ा बौद्ध जी हमेशा भगवान को निराकार मानते थे और बोलते थे कि ऊपर सिर्फ प्रकाश ही प्रकाश है और उन्होंने हठ योग किया था और उन्होंने कोई भी गुरु नही बनाये थे और उन्होंने मनमुखि साधना बताई थी हमेशा और उनको मानने वाले लोग भी उनकी तरह ही भगवान को मानते है जबकि बौद्ध धर्म का निर्माण भी कलयुग में हुआ था लेकिन उनको मानने वाले लोग जो कुछ दिख रहा है वो ही सब कुछ है और कोई भगवान नही है जो अपने शास्त्रो के अनुसार नही है
अब हम जानते है कि वह पूर्ण परमात्मा कौन है हमारे धर्म ग्रंथो में भी जिनका प्रमाण है और बताया भी है क्या वह भगवान कौन है और वो क्या क्या लीला करते है पवित्र चारो वेद जो आज से अरबो खरबो वर्ष पहले आये जो समुद्र मंथन के समय जिनका निर्माण हुआ उन्ही ग्रंथो में उस भगवान का वर्णन है तो आइए जानते है कि वो भगवान कौन है जिनके बारे में सभी धर्म ग्रंथो में भी वर्णन है
वह परमात्मा कबीर साहेब है जो 1398 में काशी के लहरतारा तालाब पर कमल के फूल पर शिशु रूप में आये थे और वो परमात्मा कंवारी गाय का दूध पीते है और वो परमात्मा मानव के सभी पापो को खत्म करने वाले है और वो परमात्मा मानव को जन्म मृत्यु के जाल से छुड़ाने वाले है जिनका नाम कबीर है
सभी धर्म ग्रंथो में उनका प्रमाण देखते है
ऐसे ही बहुत से प्रमाण है हमारे चारो धर्म ग्रंथो में , जिससे हमें पता चलता है कि वह परमेश्वर,परमात्मा, अल्लाह, कबीर है जो अविनाशी है और वो ही मानव को मोक्ष प्रदान करने वाले है जो चारो युगों में आते है और अपनी प्यारी आत्माओ को काल के जाल से मुक्त कराते है और वह परमात्मा की भक्ति का सतभक्ति मार्ग सिर्फ पूर्ण संत को ही अधिकार है जिनका प्रमाण भी पवित्र गीता जी मे है अधिक जानकारी के लिये देखे
Open this linkhttps://youtu.be/BsLv5X6WQ5Y
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